उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘योगी आदित्यनाथ’ अपमी माता सावित्री देवी से मिलने के लिए एम्स ऋषिकेश पहुँचे, जहाँ उनकी माता का नेत्र उपचार चल रहा है. इस मुलाकात के दौरान दोनों भावुक हो गए.
सावित्री देवी का नेत्र उपचार 7 जून 2024 से एम्स ऋषिकेश में हो रहा है. जब मुख्यमंत्री योगी अपनी माता के पास पहुँचे, तो सावित्री देवी ने अपनी आँखों से धुप का चस्मा हटा दिया और अपने बेटे को देखा. इस दृश्य ने वहां मौजूद सभी व्यक्तियों के दिलो को छू लिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी माता के पास करीब आधा घंटा रहे. इस दौरान उन्होंने अपनी माता का हालचाल जाना और उनसे बातचीत की. मुलाकात के दौरान दोनों की आँखों के आंशु चालक आए. योगी आदित्यनाथ ने अपनी माता को ढाढस बधाया और हिम्मत दी.
सावित्री देवी का स्वास्थ्य अब पहले से बेहतर है, लेकिन अभी भी उन्हें कुछ दिनों तक डॉक्टरो की देख रेख में रहना पड़ेगा. मुख्यमंत्री योगी ने डॉक्टरो से अपनी माता की स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनका धन्यवाद किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पारिवारिक मुलाकात एक महत्वपूर्ण सदेश देती है कि चाहे व्यक्ति कितना भी व्यस्त और महत्वपूर्ण पद पर क्यों ना हो, अपने परिवार और माता-पिता का ध्यान रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए.
यह मुलाकात उन लोगो कर लिए एक प्रेरणा है जो अपने जीवन में व्यस्तता के कारण अपने परिवार के लिए समय नही निकाल पाते. योगी आदित्यनाथ ने यह दिखाया कि वे अपने कार्यभार के साथ-साथ अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाते है.
एम्स ऋषिकेश के डॉक्टरो ने बताया कि सावित्री देवी की आँखों में थोड़ी सी समस्या थी, जिसके लिए उन्हें यहाँ भर्ती किया गया है. योगी आदित्यनाथ के आने से सावित्री देवी के स्वास्थ्य में सुधर देखने को मिला. डॉक्टरो ने मुख्यमंत्री योगी को आश्वासन दिया कि उनकी माता जल्दी ही पूरी तरह स्वस्थ हो जाएँगी.
इस मुलाकात के बाद योगी ने मिडिया से बात नही की, लेकिन उनके चेहरे पर अपने माता से मिलने की ख़ुशी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी. मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान एम्स ऋषिकेश के प्रशासन की भी तारीफ की और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो की सराहना की.
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने परिवार के प्रति कितने संवेदनशील और समर्पित है. सावित्री देवी से उनकी मुलाकात ने साबित कर दिया कि माँ-बेटे का संबंध कितना गहरा और भावुक होता है.
यह मुलाकात एम्स ऋषिकेश के स्टाफ और वहां मौजूद अन्य मरीजो के लिए भी एक महत्वपूर्ण पल था, जिन्होंने योगी आदित्यनाथ को इतने नजदीक से देखा और उनके सादगी भरे स्वाभाव का अनुभव किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह यात्रा कई मायनो में महत्वपूर्ण रही. न केवल यह उनके पारिवारिक संबंधो को मजबूत करने का उदहारण बनी, बल्कि इससे यह भी जाहिर हुआ कि वे अपने पद की जिम्मेदारी के बावजूद अपने परिवार के प्रति भी पूरी तरह समर्पित है.
योगी आदित्यनाथ का यह कदम उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो अपने जीवन में संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे है. चाहे कोई भी परिस्थिति हो, अपने परिवार और माता-पिता का साथ और उनके प्रति सम्मान बने रखना सबसे महत्वपूर्ण है.
इस पुरे घटनाक्रम ने एक बार फोइर से यह साबित किया कि सच्चे रिश्ते और भावनाओं की कोई सीमा नही होती,और यह हमारे जीवन को संजीवनी देने का काम करते है.
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— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) June 16, 2024