राहुल द्रविड़, जिन्हें “द वाल” के नाम से भी जाना जाता है, क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाडियों में से एक है. जिहोने अपने खेल और कोचिंग करियर में जो उपलब्धि हासिल की है, वे उन्हें क्रिकेट की दुनिया में एक प्रतिष्ठित स्थान दिलाती है.

राहुल द्रविड़ का प्रारंभिक जीवन

राहुल शरद द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी 1973 को इंदौर मध्य प्रदेश ने हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बंगलुरु से पूरी की. क्रिकेट के प्रति उनका जूनून बचपन से ही दिखाई देने लगा था.

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खिलाडी के रूप में करियर

राहुल द्रविड़ ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 1996 में की और जल्द ही अपनी शानदार बैटिंग शैली के लिए पहचाने जाने लगे.

  1. टेस्ट क्रिकेट : उन्होंने 164 टेस्ट मेचो में 13,288 रन बनाए, जिसमे 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल है.
  2. वनडे क्रिकेट : 344 वनडे मैचो में 10,889 रन बनाए, जिसमे 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल है.
  3. आईपीएल : द्रविड़ ने आईपीएल में राजस्थान रोयल्स चलेंसेर्स बंगलुरु के लिए भी खेला.

कोचिंग करियर

राहुल द्रविड़ ने अपने खेल करियर के बाद कोचिंग में कदम रखा और भारतीय क्रिकेट की नई पीढ़ि को प्रशिक्षित किया.

  1. अंडर-19 और इंडिया ए टीम : उनकी कोचिंग में भारत ने अंडर-19 विश्व कप जीता.
  2. भारतीय राष्ट्रिय टीम : वर्तमान में, द्रविड़ भारतीय राष्ट्रिय टीम के प्रमुख कोच है और टीम को नई उचाईयो तक पंहुचा रहे है.

द्रविड़ की विशेषताएँ

  1. ग्रेस और ह्यूमिलिटी : द्रविड़ हमेशा मैदान पर और बाहर अपने शांत स्वाभाव और विनम्रता के लिए जाने जाते है.
  2. प्रसिवियरेंस : कठिन परिस्थितियों में उनकी म्हणत और धैर्य ने उन्हें “द वाल” का उपनाम दिलाया.
  3. लोंगेविटी : उनके करियर की लम्बाई और निरंतरता ने उन्हें एक महान खिलाडी और कोच के रूप में स्थापित किया.

राहुल द्रविड़ का क्रिकेट करियर और उनकी कोचिंग का प्रभाव क्रिकेट की दुनिया में अमूल्य है. वे एक प्रेरणादायक व्यक्तिव्त है जिन्होंने अपनी मेहनत, अनुशासन और खेल के प्रति समर्पण से लाखो लोगो को प्रेरित किया है.

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